उत्तर प्रदेश के वनों के अपेक्षाकृत अधिक प्रभावी परिरक्षण, विकास तथा वनोपज के वैज्ञानिक विदोहन के लिये स्थानीय प्राधिकरण के रूप में उत्तर प्रदेश वन निगम अधिनियम 1974 के अन्तर्गत 25 नवम्बर 1974 को उत्तर प्रदेश वन निगम की स्थापना हुई। इसी के साथ वैज्ञानिक पद्यति से वनों में से वनोपज का विदोहन Sustainable Yield के सिद्धान्तों के अन्तर्गत कार्य उत्तर प्रदेश में प्रारम्भ किया गया।
वर्ष | उत्पादन | प्राप्त विक्रय मूल्य (लाख रू) |
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प्रकाष्ठ (घ0मी0) |
जलौनी (घ0मी0) |
बांस (कोड़ी) |
तेन्दूपत्ता (मा0बो0) |
भाभड़ (मीटन) |
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2018-19 | 174466 | 23421 | 37251 | 176152 | - | 28526 |
2019-20 | 121696 | 14498 | 18436 | 148528 | - | 21631 |
२०२०-21 | 139050 | 12482 | 10506 | 88516 | - | 15333 |
2021-22 | 147130 | 21047 | 31343 | 109448 | - | 18124 |
2022-23 | 155599 | 17884 | 2 | 103573 | - | 23045 |
वर्ष | रायल्टी का भुगतान (करोड़ में) |
2018-19 | 148.42 |
2019-20 | 70.74 |
2020-21 | 61.15 |
2021-22 | 82.60 |
2022-23 | 70.65 |